बैतूल:- ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों की आड़ में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। जनप्रतिनिधियों द्वारा जनता के पैसों से किए जा रहे निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन होने के साथ योजनाओं के नाम पर फर्जी बिलों से लाखों रुपये की हेराफेरी का खेल भी खुलकर सामने आ रहा है। बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत चोपना में सरपंच, सचिव और उपसरपंच की मिलीभगत से सांसद निधि से बने सीसी रोड और स्टॉप डेम निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता की शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता अशोक राय ने जनसुनवाई में इसकी शिकायत कलेक्टर से की है और जांच की मांग की है।

1. अशोक राय ने कलेक्टर जनसुनवाई में शिकायत कर बताया कि सांसद निधि से बने सीसी रोड का निर्माण पूरी तरह से खराब गुणवत्ता से किया गया है। यह सीसी रोड चोपना मुख्य मार्ग से होकर पंकज चौधरी के घर तक 200 मीटर तक बनाया गया था। शिकायत मिलने पर जिम्मेदारों ने मरम्मत के नाम पर सिर्फ सीमेंट का घोल बनाकर झाड़ू से घुमा दिया और खानापूर्ति कर दी। वर्तमान में यह रास्ता गिट्टी उखड़कर पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुका है, जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
- स्टॉप डेम की गुणवत्ता बेहद खराब:-
आवेदक अशोक राय ने यह भी बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा चोपना वनग्राम क्षेत्र में एक स्टॉप डेम का निर्माण कराया गया है, जिसकी गुणवत्ता बेहद खराब है। आरोप है कि इस डेम के निर्माण में जिस सप्लायर के नाम से बिल लगाए गए हैं, उसके पास न तो दुकान है और न ही किसी प्रकार की निर्माण सामग्री उपलब्ध है। इसके बावजूद फर्जी जीएसटी बिल बनाकर लाखों रुपये की भुगतान कर दिया गया है। शिकायतकर्ता ने जनसुनवाई में ऐसे ही कुछ बिलों की छायाप्रति भी प्रस्तुत की है और जांच की मांग की है। अशोक राय का आरोप है कि सरपंच, सचिव और उपसरपंच की मिलीभगत से पंचायत में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है और अधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं। उन्होंने मांग की है कि एक निष्पक्ष निरीक्षण दल गठित कर इन सभी कार्यों की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।