बैतूल:- जिला मुख्यालय से सटे ग्राम लाखापुर में एक किसान के खेत में आने-जाने के एकमात्र रास्ते पर जबरन कब्जा कर चबूतरा निर्माण किए जाने का मामला सामने आया है। गांधी वार्ड बैतूल निवासी कैलाश यादव ने इस संबंध में कलेक्टर को शिकायती आवेदन देकर अवैध निर्माण को तत्काल रुकवाने की मांग की है।
1. कैलाश यादव ने बताया कि उनकी कृषि भूमि मौजा लाखापुर, पटवारी हल्का नंबर 50, राजस्व निरीक्षक मंडल बैतूल, तहसील जिला बैतूल में स्थित है, जो खसरा नंबर 152/1 में 0.156 हेक्टेयर रकबे में दर्ज है। इस भूमि तक पहुंचने के लिए केवल रोड साइड से लगभग 10 फीट का रास्ता है, इसके अतिरिक्त उनकी भूमि तक जाने के लिए कोई और मार्ग नहीं है।
2. आवेदन में बताया गया है कि ग्राम लाखापुर निवासी दिलीप यादव इस रास्ते को अवरुद्ध कर अपनी मनमर्जी से चौपाल निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया है। जब कैलाश यादव को इस बात की जानकारी लगी तो वह अपनी कृषि भूमि पर पहुंचे, जहां उन्होंने देखा कि दिलीप यादव द्वारा गिट्टी, रेत, सीमेंट, लोहे और मिट्टी सहित अन्य निर्माण सामग्री मंगवाकर मजदूरों से निर्माण कार्य शुरू करवा दिया गया है।
3. कैलाश यादव ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने चौपाल निर्माण का विरोध किया और रास्ता रोकने पर आपत्ति जताई तो दिलीप यादव ने उनके साथ लड़ाई-झगड़ा शुरू कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि उक्त निर्माण कार्य से उनके खेत का रास्ता पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है, जिससे वे खेती कार्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
4. आवेदक ने कलेक्टर से मांग की है कि उनके खेत तक पहुंचने वाले रास्ते को बचाने के लिए शीघ्र कार्रवाई की जाए और अनावेदक दिलीप यादव को अवैध रूप से चौपाल निर्माण करने से तत्काल रोका जाए, ताकि वे अपनी कृषि भूमि तक निर्बाध रूप से जा सकें।
5. तहसील न्यायालय में आपत्ति लगाए जाने के बावजूद संबंधित पटवारी द्वारा नियमों की अनदेखी कर सीमांकन किया गया और विवादित भूमि पर अनावेदक को कब्जा दिला दिया गया है, जिससे आवेदक ने राजस्व अमले पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए इस कार्रवाई को पूरी तरह अनुचित और पक्षपातपूर्ण बताया है।