बैतूल:- आदिवासी शासकीय कर्मचारियों और युवाओं के साथ लगातार हो रहे अत्याचारों को लेकर मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद के जिला अध्यक्ष मुन्नालाल वाड़ीवा और युवा आदिवासी नेता जितेंद्र सिंह इवने ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में दो गंभीर घटनाओं का हवाला देते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
ज्ञापन में बताया गया कि हल्का पटवारी खंजनपुर, राजेन्द्र बेठे, जब क्षेत्र में भ्रमण पर थे, तब उन्हें दुर्गा वार्ड पार्षद संतोष भलावी द्वारा एक नाली के भूखण्ड की जांच हेतु बुलाया गया। मौके पर नगरपालिका का अमला, राजस्व निरीक्षक और वार्डवासी भी उपस्थित थे। पटवारी राजेन्द्र बेठे ने जब टेप से नाली की चौड़ाई मापी, उसी समय राजू मिश्रा नामक व्यक्ति वहां आया और बिना कारण पूछताछ किए सीधे जातिगत गाली-गलौच करते हुए पटवारी से मारपीट करने लगा। हमले में पटवारी के कान का पर्दा फट गया, कपड़े फट गए और चश्मा भी टूट गया। यह घटना शासकीय कार्य में बाधा और जातीय हिंसा की श्रेणी में आती है, लेकिन अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

- भैंसदेही की घटना के खिलाफ भी जताई नाराजगी:-
दूसरी घटना में भैंसदेही के आदिवासी युवक संदीप चिल्हाटे को शराब ठेकेदार द्वारा निर्वस्त्र कर थाने में पुलिस कस्टडी में ले जाकर बेरहमी से पीटा गया। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि पुलिस की मौजूदगी में ठेकेदार और पुलिस ने मिलकर युवक को मारा, लेकिन आज दिनांक तक न तो एफआईआर दर्ज की गई है और न ही आरोपी ठेकेदार की गिरफ्तारी हुई है। जिला अध्यक्ष मुन्नालाल वाड़ीवा ने कहा कि आदिवासी कर्मचारियों और युवाओं के साथ हो रहे अत्याचार चिंताजनक हैं। यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो परिषद आंदोलन के लिए बाध्य होगी। - दोनों मामलों में तत्काल एफआईआर की मांग:-
युवा नेता जितेंद्र सिंह इवने ने कहा हम आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचारों को लेकर चुप नहीं बैठेंगे। लगातार प्रशासनिक संरक्षण में आदिवासियों को निशाना बनाया जा रहा है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ज्ञापन में दोनों मामलों में तत्काल एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई है, साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो आदिवासी समाज उग्र आंदोलन करेगा।