बैतूल:- भैंसदेही थाना क्षेत्र में कोरकू आदिवासी समाज के युवक संदीप चिल्हाटी के साथ की गई बर्बर मारपीट, जातिसूचक गाली-गलौच और थाने में पुलिस द्वारा अमानवीय व्यवहार के विरोध में सैकड़ों कोरकू आदिवासी समाज के लोगों ने थाने का घेराव किया। पीड़ित परिवार ने सात दिन में निष्पक्ष जांच और एफआईआर की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो कोरकू आदिवासी समाज सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगा।

1. आवेदक परसराम चिल्हाटी ने बताया कि 24 जुलाई को उनका बेटा संदीप चिल्हाटी अपने रिश्तेदार महेश चिल्हाटी के साथ महाराष्ट्र के चुरनी से घर लौट रहा था। तभी भैंसदेही और कौड़ीढाना जोड़ के पास शराब ठेकेदार के गुंडों ने मोटरसाइकिल से रास्ता रोका और कुछ देर बाद कार से आए अन्य गुंडों ने संदीप को जातिसूचक गालियां देते हुए बेरहमी से पीटा।
2. इसके बाद पुलिस को बुलाकर संदीप और महेश को भैंसदेही थाने ले जाया गया, जहां संदीप के कपड़े उतरवाकर उसे निर्वस्त्र कर बुरी तरह पीटा गया। आरोप है कि सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक दोनों को भूखा-प्यासा रखकर थाने में बंद रखा गया। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने संदीप को छोड़ने के बदले 50 हजार रुपये की मांग की। बाद में 30 हजार रुपये में सौदा तय हुआ, जिसमें पहले 15 हजार रुपये ब्याज पर उठाकर दिए गए, परंतु कम बताकर पुलिस ने पैसे फेंक दिए। इसके बाद पूरे 30 हजार रुपये देने पर रात 8 बजे संदीप और महेश को छोड़ा गया।
3. संदीप की हालत बेहद खराब थी, वह बेहोश था और शरीर में गंभीर चोटें थीं। किराये की गाड़ी से उसे गांव लाया गया। घटना के बाद संदीप का पूरा परिवार डरा-सहमा है। खेत-बाड़ी और बाहर निकलने से भी परिजन डर रहे हैं। आवेदन में कहा गया कि भविष्य में कोई भी अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी शराब ठेकेदार के गुंडों और भैंसदेही थाना पुलिस की होगी।
4. इस गंभीर प्रकरण पर परसराम चिल्हाटी, लाबू चिल्हाटी, सीताराम चढ़ोकार, बंडू लिखितकार, धनराज टांडिलकर, अरुण मौसिक, धर्मेंद्र लाबू चिल्हाटी, भूरेलाल बेठे, सोनू पांसे, करण चढ़ोकार, महादेव, मनोज, दीपक, सुक्रम, परसरम, मानिकराम, हरीश, पंकज, विजय, भारत परते सहित 200 से अधिक समाजजनों ने एसडीओपी को ज्ञापन सौंपा और दोषियों पर एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज करने, निष्पक्ष जांच और परिवार को सुरक्षा देने की मांग की। समाजजनों ने चेताया है कि यदि 7 दिन में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा।